आपत्ति का होगा निस्तारण, भंग नहीं होगा देवस्थानम बोर्ड : ध्यानी
अभिज्ञान समाचार/ऋषिकेश।
देवस्थानम बोर्ड पर चली आ रही रार थम नहीं रही है। शुक्रवार को बोर्ड उच्चस्तरीय समिति के अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी ने प्रेस वार्ता में कहा कि किसी भी कीमत पर देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किया जाएगा। बोर्ड के एक्ट में लिखी गई अगर किसी धारा से पंडा समाज को आपत्ति है, तो उसका निस्तारण किया जाएगा। देवस्थानम बोर्ड को लेकर लगातार पंडा समाज का विरोध झेल रही सरकार ने साफ कर दिया है कि देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किया जाएगा।
मनोहरकांत ध्यानी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के एक्ट को किसी ने भी सही तरीके से नहीं पढ़ा है। इसलिए कुछ राजनीतिज्ञों के इशारे पर पंडा समाज विरोध कर रहा है। एक्ट में किसी भी हकहकूक धारी का हक छीनने का जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विरोध करने वाली समितियों को आपत्तियां दर्ज करने के लिए बुलाया गया है और जल्द ही आपत्तियां लेकर वह उनका निस्तारण कर अपनी रिपोर्ट सरकार को देंगे। ध्यानीं ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि आप कोई घर बनाते हैं और उसमें कुछ कमियां होती हैं, तो उसे सुधारने की कोशिश की जाती है न कि घर को तोड़कर जमींदोज कर दिया जाता है। उसी तरह देवस्थानम बोर्ड के एक्ट की किसी धारा में यदि पंडा समाज को आपत्ति है, तो वह अपनी आपत्ति दर्ज करा कर उसका निस्तारण सरकार से कराएं। यह तो समझने वाली बात है। मगर बोर्ड को ही भंग करने की मांग जायज नहीं है।